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Stay Humble

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No matter how big your house is, how recent your car is, or how big your bank account is our graves will always be the same size. Stay humble.

मुझको भी सिखाओ

मुझको भी सिखाओ, यूं बाते बनाना, यूं छीप छीप कर मिलना, यूं मुझसे छिपना। पूछने पर बेरुखी , यूं लड़ना, झगड़ना। कब तक सहुंगा यूं तिल तिल मारूंगा। मुझको सिखाओ यूं खुशामद करना।

अच्छा लगेगा

        अच्छा लगेगा... कह दो एक बार, की तुम सिर्फ मेरे हो... तो अच्छा लगेगा । दिल की बात जुबां तक लाओ... तो अच्छा लगेगा । ज़िन्दगी की कशमकश में थामो जो हाथ... तो अच्छा लगेगा । अधूरी ये कहानी पूरी होजाए... तो अच्छा लगेगा ।

दिल ने कहा

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नायाब से तुम हो

अदा, हर सांस, हर अंदाज़ में तुम हो। इस बेबाक सी जिंदगी में, नायाब से तुम हो।।

Shayari

1. Tere jane ke bad kosis to bhot ki tujhe bhulane ki,     Lekin kya kare meri ankho me tere chehre ka noor is kadar utra hai.     Kosis v kru to ankho Me mere wo hasta chehra jhalakta. 2. Meri Hatho mein kalam ka tajurba itna hai,     Likhta hatho se hu alfaz Dil se hote hai. 3. Alfaaz dena Chahta hu teri batoon ko     kambakth ye teri yaad itna dard deti hai.     Ki ankhe rukti nhi and hath chalte nahi. 4. Unke dard me ish kadar mashrook hue ham.     Chot unko lagi, dard humko hua.     Anke meru royi farq unko na pada     kaise byan karte hum aone dard ko.     SBas kalam ke jariye dard ko alfaaz dediya.

Feelings

*जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार आसान होता है… रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र जाती है….. *सुना था मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले,हमारी बारी आई तो, रिवाज ही बदल गया *उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी… *ज़्यादा कुछ नहीं बदला ” उसके और मेरे ” बीच में पहले नफरत नहीं थी और अब ” प्यार ” नहीं है। *इन्सान ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार ही मोहब्बत करता है …. बाकी की मोहबत्तें वो पहली मोहब्बत भुलाने के लिए करता है। *कभी कभी कितनी बातें होती हैं कहने को … जब कोई सुनने वाला नहीं होता है । *ना जाने कैसी नज़र लगी है ज़माने की, वजह ही नही मिल रही मुस्कुराने की….! *दर्द सहने की अब कुछ यूँ आदत सी हो गयी है कि अब दर्द न मिले तो दर्द सा होता है। *वो ना ही मिलते तो अच्छा था… बेकार में मोहब्बत से नफ़रत हो गई… *खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं *कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में, मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया की तुम उदास क्यों हो.. *याद आयेगी हमारी तो